Monday, January 27, 2014

अजब कहानी

अजब कहानी
बच्चो दुनिया बड़ी निराली
इसकी झोली कभी न खाली

जिसकी रही कामना जैसी
उसकी बनतीकिस्मत बैसी

तरह तरह के लोग लुगाई
रोना कहीं कहीं शहनाई

तीज और त्यौहार अनूठे
दुःख के सपने सारे झूठे

कही महकती केसर क्यारी
फूलों पर तितली बलिहारी

कहीं बर्फ की वर्षा होती
सूरज गर्मी आग उगलती

जामुन आम बाग बौराता
मधुरितु का जब मिलता न्योता

बनते मिटते राजा रानी
धरती थोड़ी ज्यादा पानी

धरती का जो ताना बाना
गा ना पाया कोई गाना

नई नई वैज्ञानिक पाती
सौपे नए ज्ञान की थाती

गगन गमकती रोज़ जुनैया
सागर तिरती नाविक नैया

गगन धरा की अजब कहानी
कहतीं थकती दादी -नानी
[भोपाल:२७.०१.२०१४]

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